हिंदुस्तान की विलुप्त होती वन्यजीव प्रजातियों में से एक है Asiatic Cheetah, जिसे भारत में कभी बड़े पैमाने पर देखा जाता था। आज यह endangered species केवल ईरान के कुछ हिस्सों में ही पाया जाता है। Asiatic Cheetah in India अब इतिहास का हिस्सा बन चुका है, लेकिन इसके संरक्षण के प्रयास लगातार जारी हैं। यह दुनिया का सबसे तेज़ दौड़ने वाला जानवर है, जिसे fastest land animal कहा जाता है। इसकी संख्या में गिरावट का मुख्य कारण habitat loss, शिकार और मानव गतिविधियाँ हैं। Cheetah conservation in Asia पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि यह दुर्लभ प्रजाति फिर से जीवित हो सके।
परिचय – क्या है Asiatic Cheetah?
Asiatic Cheetah, जिसे हिंदी में एशियाई चीता कहा जाता है, एक दुर्लभ और संकटग्रस्त प्रजाति है जो कभी भारत और ईरान के कई हिस्सों में पाई जाती थी। आज यह केवल ईरान में सीमित संख्या में जीवित है।
रहवास – कहाँ रहता है Asiatic Cheetah?
Asiatic Cheetah मुख्य रूप से शुष्क और अर्ध-रेगिस्तानी क्षेत्रों में पाया जाता था। भारत में ये राजस्थान, मध्यप्रदेश, और गुजरात के कुछ हिस्सों में दिखाई देते थे।
जनसंख्या में गिरावट – विलुप्ति की ओर बढ़ता Asiatic Cheetah
एक समय था जब भारत के जंगलों में Asiatic Cheetah बड़ी संख्या में पाए जाते थे, लेकिन शिकार, जंगलों की कटाई और निवास स्थान की कमी के कारण इनकी संख्या में भारी गिरावट आई।
भौतिक विशेषताएं – कैसा दिखता है Asiatic Cheetah?
Asiatic Cheetah की बनावट African Cheetah जैसी होती है लेकिन ये आकार में थोड़ा छोटा होता है। इसका शरीर पतला, रंग हल्का और चेहरों पर काले "tear marks" होते हैं।
इतिहास – भारत में Asiatic Cheetah का अतीत
इतिहासकारों के अनुसार मुगल सम्राट अकबर ने Asiatic Cheetah का उपयोग शिकार के लिए किया था। एक समय में भारत में हजारों की संख्या में यह प्रजाति मौजूद थी।
भारत में विलुप्ति – कब और कैसे?
भारत में Asiatic Cheetah की आखिरी पुष्टि 1947 में मध्यप्रदेश के कोरिया क्षेत्र में हुई थी। 1952 में भारत सरकार ने इसे औपचारिक रूप से विलुप्त घोषित कर दिया।
वर्तमान स्थिति – अब कहाँ मिलता है Asiatic Cheetah?
आज की तारीख में Asiatic Cheetah केवल ईरान में पाया जाता है, जहाँ लगभग 10–15 चीते ही बचे हैं। इन्हें संरक्षित क्षेत्रों में विशेष निगरानी में रखा गया है।
पुनर्वास प्रयास – भारत में चीता वापसी की योजना
भारत सरकार ने 2020 में Namibia और South Africa से African Cheetah मंगवाकर पुनः बसाने की योजना शुरू की। हालाँकि ये Asiatic नहीं हैं, लेकिन इससे पारिस्थितिकी में संतुलन लाने का प्रयास हो रहा है।
वैज्ञानिक मत – क्या Asiatic और African Cheetah अलग हैं?
जी हां, वैज्ञानिकों के अनुसार Asiatic Cheetah और African Cheetah के DNA में कुछ अंतर पाए गए हैं। Asiatic Cheetah अधिक शांत और सामाजिक रूप से अलग होते हैं।
पारिस्थितिकी में भूमिका – क्यों जरूरी है Asiatic Cheetah?
Asiatic Cheetah पारिस्थितिक तंत्र के लिए महत्वपूर्ण शिकारी हैं जो हिरण, नीलगाय और छोटे स्तनधारियों की आबादी को संतुलित रखते थे।
खतरे और चुनौतियाँ – क्यों है संरक्षण ज़रूरी?
बढ़ता हुआ शहरीकरण, अवैध शिकार और भोजन की कमी जैसे कारण Asiatic Cheetah के अस्तित्व को खतरे में डालते हैं। इन्हें बचाना एक अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी बन चुकी है।
संरक्षण योजनाएँ – वर्तमान में क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
भारत और ईरान में Asiatic Cheetah के लिए संरक्षण अभियान चलाए जा रहे हैं। जैसे – captive breeding program, habitat restoration, और public awareness campaigns।
रोचक तथ्य – Asiatic Cheetah के बारे में कुछ अनजाने तथ्य
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यह चीता अन्य प्रजातियों की तरह पेड़ पर नहीं चढ़ सकता।
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यह 100 km/hr की गति से दौड़ सकता है।
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इसकी नजर और सुनने की शक्ति अत्यंत तेज होती है।
निष्कर्ष – Asiatic Cheetah को बचाने की दिशा में कदम
Asiatic Cheetah हमारी जैव विविधता का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसे बचाने के लिए सरकारी प्रयासों के साथ हमें भी जागरूक होना होगा। यही एक मात्र तरीका है जिससे हम भविष्य की पीढ़ियों को यह अनमोल प्रजाति दिखा सकते हैं।